वन विभाग के मनमाने रवैया सै आक्रोशित भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने कर दिया भुख हडताल

 वन विभाग के मनमाने रवैया सै आक्रोशित भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने  कर दिया भुख हडताल। 



(रिपोर्ट- मदन मोहन नौगढ़/चंदौली।)

चंदौली । वनाधिकार कानून के तहत दावा दाखिल करने वाले सभी दावेदारों को उनकी जमीन का मालिकाना हक दो,पुस्तों से बसें तथा खेती करते आ रहे आदिवासी बनवासी व अन्य परंपरागत वन निवासियों को उनकी जमीन तथा मकान से बेदखली पर रोक लगाओ,गोंड आदिवासी जाति के लोगों को अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र जारी करो,जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर हुई बातचीत के दौरान बढ़े तनाव को आधार बनाकर आम जनता के ऊपर लादा गया मुकदमा वापस लो,लोकतांत्रिक आवाजों का दमन बंद करो,राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा करना बंद करो,वन विभाग के मनमानापन पर रोक लगाओ,दिनेश कोल के साथ मारपीट करने वाले बनकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करो,नौगढ़ तहसील क्षेत्र के जनकपुर के दलित गरीबों को मिले पट्टे की जमीन पर कब्जा दिलाने का काम पूरा करो नारे के साथ शुरू हुई ,भूख हड़ताल  वन विभाग के मनानेपन के खिलाफ उक्त बातें नौगढ़ तहसील मुख्यालय पर भाकपा(माले) चंदौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान,खेग्रामस राज्य काउंसिल सदस्य कामरेड राम कृत कोल तथा एपवा जिलाध्यक्ष मुन्नी गोंड के 48 घंटे के भूख हड़ताल की घोषणा के दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य स्थाई समिति सदस्य कामरेड राम प्यारे राम ने कही।

भूख हड़ताल पर बैठे भाकपा(माले) जिला सचिव ने कहा कि चंदौली जिले का नौगढ़ तहसील,जहां तहसील ब्लाक के अधिकारियों समेत पुलिस के भी बड़े अधिकारी तैनात हैं,जहां नौगढ़ के आदिवासी बनवासी जल जंगल जमीन पर अपना पुश्तैनी अधिकार बहाल कराने के लिए संघर्षरत हैं क्यों कि वन संपदाओं पर बड़े वन-भू माफिया अपना कब्जा बढ़ाते जा रहे है।

 पुस्ताें से बसें तथा खेती करते आ रहे आदिवासी बनवासी तथा अन्य परंपरागत वन निवासियों को उनकी जमीन तथा मकान से बेदखल किया जा रहा है जबकि बड़े वन-भू-माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है यही वजह है कि बड़े वन-भू-माफिया लगातार जंगल की जमीन कब्जा करते जा रहे हैं और अगर कोई राजनीतिक कार्यकर्ता बड़े वन-भू-माफियाओं द्वारा वन भूमि पर कब्जा करने का सवाल उठाता है तो वन विभाग,पुलिस तथा वन-भू-माफियाओं का गठजोड़ उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की साजिश रचता है। 

खेग्रामस राज्य कौंसिल सदस्य कामरेड राम कृत कोल ने कहा कि एक तरफ जहां नौगढ़ के गोंड आदिवासी समाज के लोगों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है जिससे उन्हें तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है यही नहीं जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर अधिकारियों से बातचीत की वजह से मुकदमे झेलना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ नौगढ़ तहसील क्षेत्र के जनकपुर में दलित गरीबों को मिले पट्टे की जमीन पर उनका कब्जा दिलाए जाने की बजाय महिलाओं तथा लड़कियों तक को मुकदमे में फसाया जा रहा है।

एपवा जिलाध्यक्ष कामरेड मुन्नी गोंड ने कहा कि हमें वन विभाग द्वारा किए जा रहे मनमानेपन के खिलाफ संगठित ताकत के बतौर आवाज उठानी होगी तथा लोकतांत्रिक तरीके से अपने संघर्षों को आगे बढ़ाना होगा

                          सभा को भाकपा(माले) नौगढ़ ब्लॉक प्रभारी कामरेड पतालू गोंड,संगीता देवी,लालमणि देवी ,ईश्वर दयाल सहित तमाल वक्ताओं ने संबोधित किया।सभा की अध्यक्षता खेग्रामस जिला कौंसिल सदस्य कामरेड रामेश्वर प्रसाद तथा संचालन भाकपा(माले) राज्य कमेटी सदस्य कामरेड सुरेश कोल ने किया।

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